आठ दिन बाद दशहरे का मेला है। सुबह उठकर बसंती ने उँगली पर गिना - पूरे आठ दिन बाद। कलवती को जागने के ल... आठ दिन बाद दशहरे का मेला है। सुबह उठकर बसंती ने उँगली पर गिना - पूरे आठ दिन बाद।...
मैं आश्चर्यचकित था की मेरे इनकार के बावजूद उसमें इतना आत्मविश्वास और धैर्य कैसे है और उसका फॉलोअप तो... मैं आश्चर्यचकित था की मेरे इनकार के बावजूद उसमें इतना आत्मविश्वास और धैर्य कैसे ...
दिल संभल जा जरा फिर मोहब्बत करने चला है तू। दिल संभल जा जरा फिर मोहब्बत करने चला है तू।
गुस्सा है तो डांट देती न यारइस तरह एकदम से क्यूँ छोड़ गयी दोस्त गुस्सा है तो डांट देती न यारइस तरह एकदम से क्यूँ छोड़ गयी दोस्त
। कितना सोती हूँ! ज़िंदगी की नींद अब खुली है। लग रहा था कि मैं कितना सो गई हूँ कि अब उठना नामुमकिन ह... । कितना सोती हूँ! ज़िंदगी की नींद अब खुली है। लग रहा था कि मैं कितना सो गई हूँ क...